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स्थानित CSR सदस्य के साथ इंटरव्यू

मिलिये गुलाब सर से |

मैं गुलाब से का इंटरव्यू लेते हुए

गुलाब सर चरखा प्रोजेक्ट में सुपरवाईजर हैं, जिनके पास हम लगभग सारी ही प्रोब्लेम्स लेकर जा सकते हैं | जब भी किसी जगह पर फस जाओ तो सर को फ़ोन करके हल पूछ सकते हैं वो चाहे आपको जवाब न भी बता पायें पर आपको इतना साहस जरुर दे देंगें कि आप वह काम कर ही लोगे (चाहे फिर वह गलत ही क्यों न हो) |

सर कुछ ख़ास उन लोगों में हैं जोकि पैदायसी कहानीकार होते हैं | सर आपको कोई भी छोटी से छोटी बात इतनी लम्बी चौड़ी करके और दिलचस्ब तरीके से बता सकते हैं की आपको खुद बात बड़ी लगने लगेगी और यही एक बड़ा कारण है की मुझे कहानियां कैसे सुनाई जाएँ यह जानने की जिज्ञासा हुई | बहुत कम ऐसा समय होता है जब सर कोई बात सच और गंभीरता से बोलते हैं और अगर बोलते भी हैं तो बहुत कम समय हम उसे सच मानते हैं तो यह बातें शायद अब तक के समय में सबसे ज्यादा गंभीर बातें सर के साथ मेरी रही हैं जो मैं आपके साथ शेयर कर रही हूँ |

अपनी जगह में काम करना सबसे मुश्किल होता है ऐसा मुझे लगता है और सर के साथ यह इंटरव्यू के पीछे भी यही कारण था की यह समझा जाए कैसे अपनी जगह पर काम करते हैं |

  1. आपका नाम क्या है?

गुलाब सिंह

  1. आपकी उम्र क्या है?

53 साल

  1. आपका जन्मस्थान कहाँ है?

गाँव जानी

  1. कृपया अपने सफर के बारे में थोड़ा बताएं — आप कहाँ से हैं और CSR टीम से कैसे जुड़े?

मैं एजुकेशन डिपार्टमेंट में जाना चाहता था, मैंने BP Ed से फिजिकल एजुकेशन का टीचर बनना था पर उसमें जॉब्स ही नहीं आयीं | उस समय यहाँ JP कंपनी भर्तियाँ ले रहीं थी तो मैंने यहाँ ज्वाइन किया और JP कंपनी को जब JSW ने टेकओवर किया तो मैं उसके CSR डिपार्टमेंट में आ गया |

  1. आप CSR के अंतर्गत किस तरह का काम करते हैं?

CSR में हम 2 बड़े प्रोजेक्ट कर रहे हैं बॉक्सिंग के लिए शिखर और महिलाओं के लिए चरखा | मैं कुछ समय पहले शिखर में काम करता था फिर एक टीम मेम्बर के रिटायरमेंट के बाद चरखा देखता हूँ |

  1. जब आप फील्ड में काम करते हैं तो आपका दिन कैसा गुजरता है?

फील्ड में अच्छा लगता है | लोगों से सिखने सुखाने का मौक़ा मिलता है और लोगों से बता करने में बहुत अच्छा लगता है |

  1. आपके अनुसार, किन्नौर के लोगों की सबसे बड़ी ताकत क्या है?

ईमानदारी, कठिन मेहनत और सहनशीलता

  1. यहाँ लोगों को कौन-कौन सी मुख्य ज़रूरतें या समस्याएँ हैं?

किन्नौर की मुख्य जरूरत है सडक और पानी | किन्नौर एक ट्राइबल एरिया है और बहुत दूर भी है जिससे हमें पिने के पानी और रोड की बहुत दिक्कत होती है |

  1. आपके गांव के लोग CSR के काम के बारे में क्या सोचते हैं?

हमारे गाँव के लोग csr के काम से खुश रहते हैं, बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो हमें गवर्नमेंट से नहीं मिल पाती वो हमें csr से मिल जाती हैं | csr यहाँ ग्राउंड लेवल का काम करते हैं |

  1. आपके काम की ऐसी कौन सी बात है जिस पर आपको गर्व होता है?

मेरे कम से तो लोग भी बहुत खुश रहते हैं क्योंकि मैं एक पारदर्शी व्यक्ति हूँ | मुझे तो यह गर्व है की मैं सार्वजनिक काम करता हूँ और मेरे शुरू किये काम से किसी को फायदा हो रहा है |

  1. आप सामुदायिक विकास(COMMUNITY DEVELOPMENT) से क्या समझते हैं?

सामुदायिक विकास में सबका फायदा होता है जो भी काम हो सबका फायदा | कोई भी काम सामुदायिक ही होना चाहिए निजी नहीं |

  1. क्या आपको लगता है कि स्थानीय होने से आपको लोगों से जुड़ने में आसानी होती है? अगर हाँ, तो कैसे?

हाँ, स्थानीय होने से लोगों से तो हम पहले से ही जुड़े होते हैं फिर हमें पता भी होता है की लोग केसे रहते हैं, क्या सोचते हैं, क्या खाते हैं, क्या महसूस करते हैं | कई बार जो लोग बोल रहे होते हैं हम समझ जाते है की वो क्या कहना चाह रहे हैं |

  1. क्या आप अपने काम का कोई ऐसा अनुभव बता सकते हैं जो आपको बहुत भावुक या प्रेरित कर गया हो?

एक बार हमने एक गाँव में पिने के पानी की व्यवस्था की थी और सब लोग बहुत ही खुश हो गये | उन्होंने कहा अब अगर पानी है तो हम साग सब्जी उगायेंगे और अच्छे से खेती करेंगें | तब लगा हमने कुछ किया धर्म का कम किया नहीं तो पानी के बिना जीवन अस्त-व्यस्त है |

  1. जब आप कोई प्रोजेक्ट लागू करते हैं तो आपको किस तरह की चुनौतियाँ या विरोध का सामना करना पड़ता है?

कुछ नहीं |

  1. क्या किन्नौर की कोई पारंपरिक प्रथाएँ या ज्ञान हैं जिन्हें CSR काम में शामिल किया जा सकता है?

पहले तो CSR को सारी बेसिक सुविधाएं पर काम करना चाहिए जेसे बिजली, सड़क, स्कूल ये सब सभी गाँवों तक जरुर पहुंचे | कुछ ऐसा भी कर सकते की जो गरीब बच्चे हैं उन्हें पढाई करवाएं उनके पढाई का पूरा खर्चा उठायें | चरखा प्रोजेक्ट पहले से ही हो रहा है जोकि किन्नौर के पारम्परिक ज्ञान पर आधारित है |

  1. अगर आपको किन्नौर के लिए एक प्रोजेक्ट बनाने का मौका मिले, तो वह क्या होगा?

मैं एग्रीकल्चर पर एक प्रोजेक्ट बनाना चाहूंगा | यहाँ के लोगों की खेती की उतनी समझ नही है, कोई सोइल टेस्टिंग नहीं कराता है | यहाँ पर बहुत सारी खेती होती है आलू, मटर, राजमा, और भी बहुत सारे पर लोग अच्छे से नहीं उगा रहे हैं | वेसे फसल ज्यादा आनी चाहिए थी पर नहीं आ पा रही है, मैं लोगों में इसका ज्ञान बांटना चाहूंगा जिससे लोग और अच्छी फसल ले पायें |

  1. उन CSR प्रोफेशनल्स को आप क्या सलाह देंगे जो इस क्षेत्र में बाहर से आते हैं और यहाँ काम करते हैं?

ठीक से कम करना चाहिए | ग्राउंड लेवल, गाँव में जाकर ग्राम पंचायत से मिलकर काम करना चाहिए जिससे की ग्राउंड लेवल ले लोगों को फायदा हो |

  1. अगर आपको एक वाक्य में किन्नौर के बारे में दुनिया को बताना हो, तो आप क्या कहेंगे?

किन्नौर बहुत खुबसुरत डिस्ट्रिक्ट है, लोग सीधे-साधे हैं और इमानदारी तो कूट कूट कर भरी है | और हम मेहमान नवाजी बहुत अच्छे से करते हैं |

  1. आप अपने समुदाय और अपने काम के भविष्य के लिए क्या उम्मीद रखते हैं?

पूतो-खाओ-फलो | जो भी काम हो वो सब अच्छे से हो और सभी मेहनत से काम करते रहें तो समुदाय का फायदा ही होगा |

  1. क्या आप युवाओं या उन लोगों के लिए कोई संदेश, सपना या विचार साझा करना चाहेंगे जो अपने समुदाय के लिए काम करना चाहते हैं?

आप अगर समुदाय के साथ काम करेंगे तो समुदाय का विकास अच्छे से होगा, आप चाहे जो भी काम कर रहे हैं वो तन-मन-धन से करें, अच्छे विचार लेकर काम करें और काम करते रहें फल की चिंता न करें |

बहुत मेहनत के बाद एक हंसती हुई फोटो मिल पाई क्योंकि यहाँ के कस्टम के अनुसार हँसते हुए नहीं सीधे मुंह से फोटो लेना होता है

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